PURAS (BHITI) VILLAGE PURAS ,TAHSIL GURH ,REWA , PURAS GAAN
सबसे प्यारा मेरा गांव
पुरास गान
देखो देखो देखो कितना सुंदर मेरा गांव हैं,
मैंने और कहीं नहीं देखा येसा प्यारा सा गांव हैं ।
जहां देते बजरंगी अपने आशीष का छांव हैं,
मां दुर्गा भी करती अपने आंचल का छांव हैं ।
देखो देखो देखो कितना सुंदर मेरा गांव हैं,
मैंने और कहीं नहीं देखा येसा प्यारा सा गांव हैं ।
पुरास तालाब करता इसकी महिमा का गुनगान हैं,
पड़िया के भोले बाबा करते सब का कल्याण हैं ।
कई तालाबों से सिंचित यहां कई खेत खलियान हैं,
होने नहीं देते जल की कमी यही हमारी शान हैं।
देखो देखो देखो कितना सुंदर मेरा गांव हैं,
मैंने और कहीं नहीं देखा येसा प्यारा सा गांव हैं ।
बाबू की गोद अम्मा का आंचल मेरा पुरास गांव है,
जिसमे भीट के ऊपर बसता मेरा प्यारा भीटी गांव है।
दो गांव से मिलकर बनी हमारी पुरास पंचायत है,
जिसकी जनसंख्या लगभग 2200 के पार है।
कमल के कारण नाम पाया है कमल इसकी शान है,
कमल खिलते यहाँ हर जगह पुरास इसका नाम हैं।
पक्की पक्की सड़कें यहां की सुंदरता को बढ़ाएं है,
यहाँ मेरा प्यारा नंदन बन सब के मन को भाएं है।
देखो देखो देखो कितना सुंदर मेरा गांव हैं,
मैंने और कहीं नहीं देखा येसा प्यारा सा गांव हैं ।
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कुछ और लाइन गांव के बारे में
गया था गांव के बाहर शहर देखने तो गांव भूल गया,
10000 की नौकरी की अपने आप को तोप समझा और गांव को भूल गया,
अन्य खरीद कर खाता हूं लेकिन गांव में खेती करना और उससे लाभ कमाना भूल गया।
मंजिल दूर अभी और मैं बड़ी दूर से आया हूँ
सितारों के शहर से मैं गाँव घूमने आया हूँ।
सितारों के शहर से मैं गाँव घूमने आया हूँ।
प्रेषक
गौरव तिवारी
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